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Pension: बुढ़ापे में नहीं होगी पेंशन की टेंशन, निवेश के यह हैं 4 सबसे सेफ और सही ऑप्शन, जाने पूरी जानकारी

Posted by aankhodekhinews.in Team

नई दिल्ली: बुढ़ापे में नहीं होगी पेंशन की टेंशन, निवेश के ये हैं 4 सबसे सेफ और सही ऑप्शन हर कोई चाहता है कि उसका बुढ़ापा बिना कोई वित्तीय परेशानी के आराम से गुजरे. इसके लिए वे छोटा-बड़ा निवेश (Investment) करते हैं, जो उन्हें रियारमेंट के बाद एक मोटा फंड उपलब्ध कराए. इस बात अगर हर महीने से अच्छी-खासी रकम हाथ में आती रहे तो फिर बुढ़ापे में पैसों की टेंशन ही खत्म हो जाएगी और जिंदगी आराम से गुजरेगी. हम आपको ऐसी ही चार गारंटेड पेंशन वाली स्कीम्स (Pension Schemes) बता रहे हैं, जो इसके लिए बेहतरीन हैं.

यह योजना रिटायरमेंट के बाद आपको गारंटेड पेंशन मुहैया कराती है. इस योजना के तहत निवेश करते आप 50,000 रुपये महीने तक पेंशन पा सकते हैं. राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) रिटायरमेंट फंड बनाने के लिए सबसे अधिक पसंदीदा निवेश ऑप्शन है. ये स्कीम सीधे तौर पर सरकार से जुड़ी है और इस स्कीम में आप हर महीने 6000 रुपये निवेश कर 60 साल की उम्र के बाद 50,000 रुपये की पेंशन पा सकते हैं.  इसमें  एनपीएस टिअर-1 (NPS Tier-1) और एनपीएस टिअर-2 (NPS) अकाउंट क्रमश: न्यूनतम 500 और 1000 रुपये से खुलवा सकते हैं.
मतलब आपको रोजाना 200 रुपये बचाकर इस स्कीम में निवेश करने होंगे. इस स्कीम में निवेश करने वाले को इनकम टैक्स पर भी छूट मिलती है. NPS में निवेशक को 80सी के तहत छूट के साथ ही 80 सीसीडी के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये तक की Income Tax छूट भी मिलती है. एनपीएस में जमा पैसे निवेशक को दो तरह से मिलते हैं. पहला ये कि आप जमा रकम का सीमित हिस्सा एक ही बार में निकाल सकते हैं, जबकि दूसरा हिस्सा पेंशन के लिए जमा रहेगा. इस राशि से एन्युटी (Annuity) खरीदी जाएगी. एन्युटी खरीदने के लिए जितनी अधिक रकम आप छोड़ेंगे रिटायर होने के बाद आपको उतनी अधिक पेंशन मिलेगी.
अगर आप बुढ़ापे में किसी पर भी आर्थिक रूप से निर्भर नहीं रहना चाहते हैं, तो अटल पेंशन योजना (Atal Pension Scheme) में निवेश करना बेहतरीन विकल्प हो सकता है. सरकार की इस स्कीम में छोटी सी राशि जमा निवेश करके आप हर महीने 1000 से लेकर 5000 रुपये तक राशि पेंशन के रूप में प्राप्त कर सकते हैं. 1 अक्टूबर 2022 से लागू ताजा बदलाव के तहत इनकम टैक्स का भुगतान करने वाले लोग (Taxpayers) इस स्कीम का फायदा नहीं उठा सकते हैं.
अटल पेंशन योजना में बैंक खाते के साथ 18 से 40 साल की उम्र में निवेश कर सकते हैं. सदस्यता लेने वाले व्यक्ति को हर महीने 1,000 रुपये, 2,000 रुपये, 3,000 रुपये, 4,000 रुपये या 5,000 रुपये की न्यूनतम मासिक पेंशन मिलेगी. अगर कोई 18 साल की उम्र से निवेश  शुरू करता है, तो उसे 60 साल के बाद हर माह 5 हजार रुपये गारंटेड पेंशन पाने के लिए 210 रुपये प्रति माह जमा करने होंगे.

वहीं, केवल 1000 रुपये की मासिक पेंशन पाने के लिए आपको 42 रुपये, 2000 रुपये मासिक पेंशन पाने के लिए 84 रुपये, 3000 रुपये पाने के लिए 126 रुपये और 4000 रुपये की पेंशन के लिए 168 रुपये प्रति माह जमा करने होंगे. इसमें 1.5 लाथ रुपये तक की टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है.

नियमित आय और टैक्स छूट के लिहाज से ये सरकारी स्कीम भी इस लिस्ट में शामिल है. इसमें न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 30 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं. ये अकाउंट 60 साल या उससे अधिक आयु के किसी भी व्यक्ति या पति/पत्नी के साथ ज्वाइंट अकाउंट खोला जा सकता है. SCSS खाते में जमा पर 80सी के तहत टैक्सछूट का प्रावधान है. इसके साथ ही इसमें तिमाही ब्याज भी मिलता है.

पिछली तिमाही में इस योजना पर ब्याज दर 7.6 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी कर दिया गया था, जबकि हाल ही में स्माल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में संशोधन किया है. इस क्रम में सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (Senior Citizen Savings Scheme) के लिए ब्याज दर 8 फीसदी से बढ़कर 8.2 फीसदी कर दिया गया है. यानी इस योजना में निवेश पर आपको किसी बैंक में एफडी से भी ज्यादा ब्याज मिल जाता है.

डाकघर मासिक बचत योजना भी एक प्रकार की गारंटेड पेंशन योजना की तरह ही है. POMIS का मैच्योरिटी पीरियड पांच साल का है. सरकार की ओर से की गई ताजा बढ़ोत्तरी के बाद इस योजना में निवेश पर सालाना 7.4 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है. पोस्ट ऑफिस MIS में निवेशक एक बार में अधिकतम निवेशक 9 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं. हालांकि, जॉइंट अकाउंट के जरिए निवेश की सीमा 15 लाख रुपये सेट की गई है. इसके बाद आपकी जमा राशि पर ब्याज से हर महीने इनकम होती है.

इस योजना के तहत एकमुश्त पांच लाख रुपये के निवेश पर आपको हर महीने 3,083 रुपये पेंशन के तौर पर मिल सकते हैं. इस हिसाब से देखें तो 5 साल में ब्याज से कमाई आपको 2,21,424 रुपये की कमाई होगी. MIS अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर भी कर सकते हैं. इसके अलावा मैच्योरिटी यानी पांच साल पूरा होने पर इसे आगे 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है.

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