Slider Post

Odisha Train Hadsa :अब तक 233 लोगों की मौत, 900 से ज्यादा घायल, ट्रेन दुर्घटना में कटे शव देख छलकीं आंखें फटा कलेजा, हादसे की होगी उच्च स्तरीय जांच

नई दिल्लीः ओडिशा के बालासोर में एक ऐसा ट्रेन हादसा हुआ, जिसने हर किसी को रुलाकर रख दिया। हादसा इतना भयंकर था कि अब तक 233 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग कई घायल, जिनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। अभी मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

ट्रेन दुर्घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम नवीन पटनायक ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यकत की है। घटना स्थल पर देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, जहां एनडीआरएफ की 5 से 6 टीमें तैनात की गई। यहां 500 से जवान तैनात रहे। ओडिशा में एक दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया गया है। इतना ही नहीं राज्य में होने वाले सभी उत्सव रद्द कर दिए हैं। दूसरी ओर केंद्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।

जानिए ट्रेन हादसे से जुड़ी जरूरी बातें

Related Articles

ट्रेन हादसा स्थल पर सेना के जवान भी राहत बचाव कार्य में जुटे हैं। ट्रेन के डिब्बों के मलबे में अभी तक कई शव फंसे हुए हैं। बचाव अभियान में सहायता के लिए जवानों ने हाथ बढ़ाया है। जानकारी के लिए बता दें कि कोरोमंडल एक्सप्रेस मालगाड़ी से जा टकराई, जिससे कई यात्रियों के शव बरामद किए गए।

वहीं, कुछ इस तरह रही घटना की स्थिति हादसे को लेकर दी गई प्रेस रिलीज में कई चीजें सामने आई हैं। ट्रेन संख्या है 12841 (कोरोमंडल एक्सप्रेस) के कोच बी2 से बी9 तक डिब्बे बेपटरी हो गए। ए1-ए2 कोच भी ट्रैक पर औंधे जा पड़े। कोच B1 के साथ-साथ इंजन पटरी से उतर गया और अंतत: कोच एच1 और जीएस कोच ट्रैक पर रह गए। कोरोमंडल एक्सप्रेस में मरने वालों की संख्या अधिकतम हो सकती है और एसी बोगी में सवार लोगों की जानहानि अधिक होने की आशंका है।

हादसे की होगी जांच

हादसे से स्तब्ध देश के बड़े नेताओं ने ट्वीट कर शोक संवेदना जताई। इसके साथ ही केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वेष्णव ने उच्च-स्तरीय जांच का आदेश जारी कर दिया गया है। दुर्घटना क्यों हुई, इसके मूल कारण तक पहुंचना महत्वपूर्ण है। उधर, अस्पतालों में भर्ती दुर्घटना के पीड़ितों के लिए दवाओं और व अन्य जरूरी सामग्रियों की आपूर्ति के संबंध में, सचिव शालिनी पंडित ने बताया।

Related Articles

Back to top button