Business Ideas: अब LIC की स्कीम से 5 घंटे काम कर के कमाए महीने का 60 हजार रुपये

अब LIC की स्कीम से 5 घंटे काम कर के कमाए महीने का 60 हजार रुपये , देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी LIC के लिए सरकार ने खजाना खोल दिया है. अगर आप 10वीं पास हैं और अभी से पार्ट टाइम शुरू करके अपनी अर्निंग बढ़ाना चाहते हैं तो एलआईसी के साथ जुड़कर पैसा कमाने का मौका है. एलआईसी एजेंट आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है. सबसे खास बात है इसमें किसी भी तरह के फिक्स्ड टाइमिंग की जरूरत नहीं है.
आप घर बैठे अपने क्लाइंट से संपर्क यह काम कर सकते हैं. एलआईसी ने शैक्षिक योग्यता को 12वीं क्लास से घटाकर 10वीं कर दिया है. ऐसे में अब ज्यादा से ज्यादा युवाओं के पास मौका है कि वो LIC के साथ जुड़ सकें. आइए जानते है क्या है इससे जुड़ने का तरीका और कैसे होगी कमाई.
LIC के साथ जुड़ने का सबसे बेहतरीन फायदा यह है कि इसमें फुल टाइम या पार्ट टाइम काम किया जा सकता है. इसमें कमाई की कोई लिमिट भी नहीं है. एलआईसी के साथ बिजनेस की खासियत यह है कि आप जितना ज्यादा आप काम करेंगे, उतना ही ज्यादा कमीशन मिलेगा, यानी इस बिजनेस में कमाई अनलिमिटेड है. एलआईसी की पॉलिसी पर कमीशन पॉलिसी के मुताबिक तय होता है.
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक अगर ग्राहक 20 साल की पॉलिसी लेता है और हर साल 10 हजार रुपए प्रीमियम जमा कराता है तो 20 साल बाद एंडोमेंट पॉलिसी में एंजेट को 1.35 लाख और मनीबैक पॉलिसी में 1.43 लाख रुपए मिलते हैं.यह तो सिर्फ एक ग्राहक से कमाई है। एजेंट जितनी ज्यादा पॉलिसी करवाता है, उसकी कमाई भी उसी हिसाब से बढ़ती जाती है.
एलआईसी अपने एजेंट्स को पॉलिसी की किस्त का 25 फीसदी तक कमीशन के रूप में देती है. यह पॉलिसी की पहली किस्त (पहले साल के प्रीमियम) पर ही लागू होता है, इसके बाद कमीशन घटता जाता है. पॉलिसीधारक जितनी बार भी किस्त जमा कराएगा, एजेंट को उतनी बार कमीशन मिलेगी. एंजेट को एक तरह से केवल एक बार ही पॉलिसी करनी है. उसके बार हर इंस्टॉलमेंट पर उसकी कमीशन तय होती है.
LIC एजेंट बनने के लिए शैक्षिक योग्यता कम से कम 10th पास होनी चाहिए और आयु 18 वर्ष की होनी चाहिए. पहले एजेंट बनने के लिए 12वीं पास होना जरूरी था. अपने निकटतम शाखा कार्यालय में संपर्क करें और वहां विकास अधिकारी से मिलें. ब्रांच मैनेजर एक इंटरव्यू लेंगे और अगर वे आप को ठीक समझते हैं तो आप को ट्रेनिंग के लिए विभाग/एजेंसी ट्रेनिंग केंद्र भेजा जाएगा.
ट्रेनिंग 25 घंटे की होती है. इसमें लाइफ इंश्योरेंस बिजनेस के सभी पहलू को शामिल किया जाता है. ट्रेनिंग के सफलतापूर्वक पूरी होने पर भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) की ओर से आयोजित किए जाने वाले प्री रिक्रूटमेंट टेस्ट को पास करना जरूरी है. परीक्षा में पास होने वालों को इंश्योरेंस एजेंट का अपॉइंटमेंट लेटर और आइडेंटिटी कार्ड जारी किया जाता है. ब्रांच की ओर से आपको एजेंट के रूप में नियुक्त किया जाता है. इस दौरान आप अपने विकास अधिकारी के अधीन टीम का हिस्सा होंगे.
6 पासपोर्ट साइज फोटो. 10वीं की मार्कशीट की फोटो कॉपी. एड्रेस प्रूफ- वोटर आईडी, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पैन कार्ड की कॉपी.
एलआईसी की वेबसाइट के मुताबिक एंडोमेंट और मनीबैक पॉलिसी के तहत अलग-अलग तरह से कमीशन मिलता है. दोनों ही पॉलिसी में कमीशन की दरें अलग होती हैं. एंडोमेंट पॉलिसी पर किस्त के कुल भाग का 35 फीसदी तक और मनीबैक में किस्त के कुल भाग का 25 फीसदी तक कमीशन मिलती है. इसके बाद कमीशन घटनी शुरू हो जाती है. एजेंट का कमीशन एलआईसी पॉलिसी के मुताबिक तय करती है. एंडोमेंट पॉलिसी पर एंजेट को पहली कमीशन किस्त के 25 फीसदी तक मिलती है.
इसके अलावा कमीशन का 40 फीसदी अतिरिक्त एजेंट को मिलता है.अगर किसी एजेंट के बनाए किसी क्लाइंट ने पॉलिसी की पहली किस्त 10 हजार रुपए जमा की है, तो एंजेंट को 2500 रुपए कमीशन के तौर पर मिलेंगे. इसके अलावा 1000 रुपए कमीशन का 40 फीसदी हिस्सा है. इस तरह एजेंट को पहली किस्त पर करीब 3500 रुपए कमीशन मिलेगी. जितनी लंबी पॉलिसी होगी, उतनी ज्यादा एजेंट की कमाई होगी.









