सरकारी कर्मचारियों के झलके खुशी के आंसू, इस महीने से इतनी बढ़कर आएगी सैलरी

नई दिल्ली: सरकारी कर्मचारियों के झलके खुशी के आंसू, इस महीने से इतनी बढ़कर आएगी सैलरी अगर आप या फिर आपके परिवार में कोई सरकारी कर्मचारी हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत ही जरुरी साबित हो सकती है। बता दें सरकार की ओर से काफी समय से पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) को लागू करने के लिए मांग की जा रही है। कर्मचारियों (Government Employees) की मांग को मद्देनजर रखते हुए सरकार ने कुछ राज्यों में पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) को लागू भी कर दिया है। बीते दिनों 1 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश की सरकार ने पुरानी पेंशन को लागू कर दिया है। इसके बाद राज्य के कर्मचारियों के चेहरे पर खुशी दिख रही है। अब राज्य सरकार के कर्मचारियों की नई सैलरी पुरानी पेशन स्कीम (Old Pension Scheme) के आधार पर मिलेगी।
हिमाचल प्रदेश की सरकार के द्वारा दिए गए तोहफे से कर्मचारियों के खाते में मई से बढ़कर सैलरी मिलेगी। अप्रैल की सैलरी में न्यू पेंशन स्कीम (NPS) को नहीं हटाया गया है। इस मई की पहली तारीख को सरकारी कर्मचारियों को बढ़कर सैलरी मिली है। अभी तक सरकारी कर्मचारियों की सैलरी से 10 फीसदी NPS कटता था लेकिन पुरानी पेशन स्कीम (Old Pension Scheme) के लागू होने से अब 14 फीसदी कटेगा। ये पैसा कर्मचारियों को वेतन के रूप में मिला है।
बता दें कि सरकार के द्वारा पहले से ही इस बारे में तय सिस्टम के अनुसार कार्रवाई की है। इसका अर्थ है कि 1 अप्रैल 2023 से किसी भी कर्मचारी का NPS का शेयर केंद्र सरकार की एंजेंसी PFRDA में जमा करने के लिए नहीं भेजी गई है। जबकि ऐसे कर्मचारी जो 10 साल पहले से काम नहीं कर रहे हैं उनको ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ नहीं मिलेगा। इन कर्मचारियों को लेकर सरकार ने कुछ नहीं कहा है।
लेकिन अब सवाल ये उठ रहा है कि जब कर्मचारियों की सैलरी से NPS नहीं काटा गया तो उनका भविष्य कैसे होगा। जैसे कि ओपीएस के लिए GPF में पैसा जमा करना भी शुरु नहीं किया जा सका है। हिमाचल प्रदेश से पहले राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब और झारखंड की सरकार ने OPS को लागू किया था। वहीं BJP शासित राज्य चुनाव को देखते हुए OPS को लागू करने के बारे में सोच रहे हैं।
बता दें इस स्कीम में सरकार रिटायर के समय कर्मचारियों को सैलरी का आधा पेंशन के रुप में देती है। इसके साथ ही GPF भी मिलता है। इसके तहत कर्मचारियों को 20 लाख रुपये तक की ग्रेच्युटी मिल जाती है। इसमें हर 6 महीने के बाद DA भी बढ़ाया जाता है। इसके साथ कर्मचारियों की मौत होने पर पेंशन की राशि उनके परिवार के लोगों को मिलती है। इस स्कीम में कर्मचारियों की सैलरी से किसी भी तरह की रकम नहीं काटी जाती है।
इस पेंशन स्कीम में सैलरी और डीए का 10 फीसदी भाग कटता है। NPS शेयर मार्केट पर बेस करता है। इसमें 60 साल के बाद पेंशन पाने के लिए NPS का फंड का 40 फीसदी निवेश करना होता है। इसका ये अर्थ है कि 60 फीसदी रकम आपको पेंशन के रुप में मिलती है। इस स्कीम में रिटायरमेंट के बाद पेंशन की गारंटी नहीं है और न ही घरवालों को सुविधा मिलती है। इसमें DA के बढ़ने का प्रावधान नहीं है।









